प्रदेश में मलेरिया और डायरिया के बढ़ रहे मरीज, पोटाकेबिन के बाद नर्सिंग छात्राओं की बिगड़ी तबियत
Chhattisgarh news
बरसात के बाद से ही ना सिर्फ शहरों में व्यवस्था गड़बड़ाई है बल्कि स्वास्थ्य में भी बड़ी गिरावट देखने को मिल रहा है, प्रदेश के कुछ जिलों में डायरिया के मरीज लगातार बढ़ रहे है वहीँ बस्तर संभाग मलेरिया के चपेट में आ रहा है, जांजगीर में 10 छात्राएं फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गयी। घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप है।
जानकारी के मुताबिक जांजगीर के जीएनएम ट्रेनिंग सेंटर की 10 छात्राओं को अचानक उल्टी और दस्त होने लगा। तबीयत ज्यादा बिगड़ती देख, सभी नर्सिंग स्टूडेंट को अस्पताल में भर्ती कराया गया। सभी नर्सिंग स्टूडेंट का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। डाक्टरों ने प्रथम दृष्टिया फूड प्वाइजनिंग की आशंका जतायी है।
डाक्टरों की निगरानी में सभी नर्सिंग स्टूडेंट का इलाज जिला अस्पताल के पेइंग वार्ड में चल रहा है। डाक्टरों ने सभी नर्सिंग स्टूडेंट की स्थिति को खतरे से बाहर बताया है।कुछ छात्राओं की तबीयत दोपहर में नाश्ता में पोहा खाने के बाद बिगड़ गई। इलाज के बाद सभी छात्राओं की तबीयत में सुधार है। ज्ञात हो कि इन दिनों जिला अस्पताल में लगातार डायरिया, फूड प्वाइजनिंग और उल्टी दस्त से पीड़ित मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं।
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बीजापुर में बीते तीन दिनों में आश्रम छात्रावास के 10808 बच्चों की मलेरिया जांच की गई है। यहां अभी 622 बच्चे बीमार हैं। 32 बच्चों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। यहां यह बताना लाजिमी है कि बीते साढ़े सात साल में मलेरिया से बस्तर जिले में 623, बीजापुर में 15, नारायणपुर एवं कोंडागांव जिले में एक-एक छात्रा की मलेरिया से मौत हो चुकी है।
बीजापुर जिले के पोटाकेबिन में दो बच्चों की हाल ही में मलेरिया से मौत होने पर स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीणों के साथ-साथ छात्रावासों के बच्चों, शिक्षक, शिक्षिकाओं की स्वास्थ्य जांच की जा रही है।
बीजापुर ब्लॉक में पोटाकेबिन और आश्रम छात्रावास 49 में 4766 बच्चों की मलेरिया जांच में से 28 भर्ती हैं। जानकारी के अनुसार भैरमगढ़ ब्लॉक के पोटाकेबिन और आश्रम छात्रावास 34 में 3914 बच्चों की जांच, उसूर ब्लॉक के पोटाकेबिन और आश्रम छात्रावास 8 में 275 बच्चों की जांच, भोपालपटनम के पोटाकेबिन और आश्रम छात्रावास 12 में 1853 बच्चों की जांच की गई, जिनमें 4 बच्चों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है।
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