राजधानी के अधिकतर इलाके नशे का अड्डा, हर रोज पकड़े जा रहे गांजा
Chhattisgarh news
पिछले दिनों टिकरापारा पुलिस ने नया बस स्टैंड से गांजे की तस्करी करते एक युवक और एक युवती को पकड़ा गया था उनसे गांजा भी बरामद किया गया था लेकिन बाद में मामले की कोई जानकारी नहीं मिल पाई थी थाने स्तर पर ही लेनदेन कर रफादफा करने की जानकारी मिल रही थी। टिकरापारा थाने के दो स्टाफ को वसूली के आरोप में सस्पेंड भी किया गया था।
उसके बावजूद अवैध वसूली रुकने का नाम नहीं ले रही थी। बस स्टैंड के सूत्रों ने बताया कि टिकरापारा थाने के दोनों सस्पेंडेड कर्मचारी अभी भी टीआई के नाम से नया बस स्टैंड में अवैध वसूली कर रहे हैं। ऐसे कर्मचरियों को सेवा से ही बर्खास्त किया जाए। कल भी संजय नगर में नशे के ालत में युवकों ने खूब हंगामा किया था लेकिन टिकरापारा थाने से मामला ठन्डे बस्ते में डाल दिए जाने की खबर है।
इन्ही सब बातों को देखते हुए एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से टिकरापारा थाने के टीआई को लाइन हाजिर कर दिया जबकि कुछ दिन पहले ही उसे पुरस्कृत किया गया था राजधानी रायपुर में नशे के कारोबारी लगातार अपना नेटवर्क मजबूत कर रहे हैं।
पुलिस मुखबिरों की सूचना पर इन आरोपियों पर कार्रवाई भी करते है, लेकिन प्यादों पर कार्रवाई कर पुलिस इतिश्री कर लेती है और जांच सीमित कर कार्रवाई रोक देते हैं ।
जबकि एसएसपी युवाओं को नशे की लत से दूर करने एड़ी चोटी की जोर लगा दिए हैं और थाने स्तर जगह जगह निजात अभियान के तहत आयोजन भी लगातार करवा रहे हैं। कुछ थानेदार और स्टाफ के असहयोग के कारण आशातीत सफलता नहीं दिख रही है।
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राजधानी में नशे के सामान कहां से आती है, किन रास्तों से सप्लाई होती है, इसका मुख्य सरगना कौन है इन सभी बातों की जानकारी थानेदारों और स्टाफ को होती है , लेकिन मुख्य तस्करों को पक?ने के बजाय प्यादों को पकड़ती है जो सबूत के अभव में कोर्ट से छूट जाते हैं। राजधानी में चरस, अफीम, स्मैक, डोडा और गांजे का खुलेआम कारोबार हो रहा है। मजे की बात थाने के आसपास तक में अवैध काम हो रहा है।
एक या दो आरोपियों पर कार्रवाई करके पुलिस अधिकारी अपने मातहत कर्मचारियों को शाबासी पर शाबासी दे रहे हैं। नशे का कारोबार पूरे शहर में कारोबार चल रहा है और अधिकारी शिकायत मिलने पर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं।
थाने में शिकायत करने पर शिकायतकर्ता की जानकारी संबंधित नशे के कारोबारियों को थाने से ही मिल जाती है और उसके साथ मारपीट तक नशे के सौदागर कर देते हैं। इस वजह से लोग शिकायत करना नहीं चाहते।