रायगढ़ में फिर एक नया उद्योग : पर्यावरण को और तबाही की ओर धकेलता प्लान
Chhattisgarh News
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उद्योग नगरी रायगढ़ में एक और प्रदूषणकारी प्लांट लगाने की तैयारी चल रही है – केलो स्टील एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड।
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इस प्लांट के लिए जनसुनवाई 15 मई 2025 को ग्राम बरपाली, तमनार में आयोजित की जाएगी।
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दावा है कि प्लांट की स्थापना के लिए फर्जी EIA रिपोर्ट (पर्यावरण प्रभाव आकलन) तैयार की गई है।
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इसके ज़रिए सरकार और कंपनी, तमनार जैसे पहले से ही प्रदूषण से बर्बाद इलाक़े में एक और विनाशकारी प्रोजेक्ट को थोपना चाहती है।
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रायगढ़ की हालत पहले ही गंभीर है –
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ज़मीन बंजर हो चुकी है
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नदियाँ और नाले काले पड़ चुके हैं
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जंगलों की अंधाधुंध कटाई जारी है
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लोगों का जीना दूभर होता जा रहा है
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सरकार की ओर से बिना ठोस योजना के लगातार भारी उद्योग लगाए जा रहे हैं, जिससे
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विकास नहीं, विनाश हो रहा है
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सड़कों की हालत खराब है, भारी वाहन रोज़ाना लोगों की जान ले रहे हैं
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खेत-खलिहान सिमटते जा रहे हैं
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केलो नदी, जो कभी रायगढ़ की जीवनदायिनी थी, अब उसी के नाम पर एक प्लांट आ रहा है जो तमनार को और ज़्यादा तबाह करेगा।
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पहले से ही कोल ब्लॉक, स्टील और स्पंज आयरन प्लांट्स इस इलाके को नुकसान पहुंचा रहे हैं, और अब एक और प्लांट इसे रहने लायक भी नहीं छोड़ेगा।
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दुर्भाग्य से ना सरकार सुन रही है, ना कोई पर्यावरण प्रेमी या NGO सामने आ रहा है। यही वजह है कि यह मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही।